बचपन की यादें(Happiness) - Poem by Megha Nirwan - Spenowr
profile_img

Megha Nirwan

Individual Artist

, Illustrator, Painter

Uttar Pradesh, India

RATING NOT AVAILABLE

    2
  • Likes

    13
  • Followers

    137
  • S Points

    6
  • Awards

बचपन की यादें

आज भी आती है बचपन की याद, खेलते थे मिट्टी में दिन रात| भाई बहन में प्यार ही इतना, ना दूसरा कोई मित्र अपना| होठों पर हंसी आ जाती आज भी अपने आप, जब याद आती मुझे बचपन की बात|
By: ©Megha Nirwan
www.spenowr.com
बचपन की यादें -Poem

आज भी आती है बचपन की याद, खेलते थे मिट्टी में दिन रात| भाई बहन में प्यार ही इतना, ना दूसरा कोई मित्र अपना| होठों पर हंसी आ जाती आज भी अपने आप, जब याद आती मुझे बचपन की बात|



All Comments





Users Other Quote/Poem







Related Quote/Poem